Wednesday 9 December 2015

This poem is dedicated to my husband..

"तुम अगर साथ हो मेरे, तो जिंदगी का सफ़र आसान होगा।
रास्ते हो कितने भी मुश्किल, तुम हर पल मेरे साथ होंगे।
तेरा साथ पाकर, काँटों में भी फूल खिल जायेंगे।
तेरे प्यार से गम भी, खुशियों में बदल जायेंगे।
तुम अगर साथ हो तो, जिंदगी की हर चुनौतियों में खरे उतर जायेंगे।
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इस अंधेरे में भी, रोशनी के दीप जल जायेंगे।
हम अपने ख्वाबों को भी, हकीकत में बदल जायेंगे।
अपने घर को भी, प्यार से महका पायेंगे।
अपने बच्चों को जीवन की, हर ख़ुशी दे पायेंगे।
तुम अगर साथ हो तो, जिंदगी की हर चुनौतियों में खरे उतर जायेंगे।"

By: Dr Swati Gupta

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